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रिकवरी के बाद भी खतरा

रिकवरी के बाद भी खतरा 

कोविड से रिकवर होने के बाद भी रहें सावधान और रखें पूरा ध्यान 

कोविड  से रिकवर होने के बाद भी सेहत का ख्याल रखा जाना बहुत  ज़रूरी है क्योंकि कोविड के बाद भी शरीर में कई ऐसी बीमारियां या लक्षण देखने को मिलते हैं जिनका अगर समय से उपचार न हो तो जान भी जा सकती है।  ऐसे में  निम्न लक्षण या समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें। 


कोविड 19 एवं पाचन तंत्र

उल्टी, दस्त, पेटदर्द, भूख न लगना आदि लक्षण आईसीयू में भर्ती मरीजों में बहुतायत से पाये गएँ अतः यदि कोविड सभावित या कन्फर्मड मरीज में यदि इस तरह के पाचनतंत्र से सम्बन्धित लक्षण मिलते हैं तो यह संकेत इस बात का हो सकता है कि मरीज का कोविड 19 की गंभीर अवस्था होने का खतरा है। 


कोविड 19 एवं लिवर


कोरोना वायरस लिवर को भी नुकसान पहुंचाता है, इसकी संभावना गंभीर एवं आईसीयू में भर्ती रोगियों में ज्यादा रहती है। एक अध्ययन में कोरोना के लगभग 43 मरीजों में लीवर सम्बन्धित समस्या पाई गई तथा कुछ मरीजों में लीवर डेमेज काफी गम्भीर था। समस्या तब आती है जब मरीज को केवल लीवर सम्बन्धित लक्षण होते है जैसे भूख न लगना, उल्टी, पीलिया तथा सांस की कोई तकलीफ नहीं होती जिससे कोरोना को पहचानना मुश्किल हो जाता है। अत: ज्यादा मॉनिटरिंग एवं सावधानी की जरूरत रहती है।


कोविड 18 एवं पेन्क्रियाज

पेन्क्रियाज पाचनतंत्र का एक महत्त्वपूर्ण भाग है जिसमें पाचन हेतु आवश्यक एन्जाइम तथा इन्सुलिन बनते हैं। एक्यूट पेन्कियटाइटिस में पैन्क्रियाज में सूजन या पेन्क्रियाज में डेमेज हो जाता है। इसके लक्षण प्रमुखतः पेट में तेज दर्द, उल्टी, पेट का फूल जाना, तथा पेट में गैस भर जाना होते है। 


सार

कोविड 19 महामारी में पेट के किसी लक्षण को हल्के में न ले तथा ऐसा होने पर बिना किसी पूर्वाग्रह के अपने चिकित्सक से जल्द मिले ताकि बीमारी के निदान में देरी न हो।


क्या करें

• उबकाई, उल्टी, पीलिया, गैस की शिकायत होने पर तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करें


• यदि चिकित्सक कहें तो कोरोना टेस्ट जरूर कराएं


● मास्क प्रोपर तरीके से पहनें एवं सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें


क्या न करें

• अनुमान और घरेलू नुस्खों के चक्कर में न पड़ें 


• अपने लक्षण गूगल पर करके स्वयं डायग्नोस करने से बचें


• मास्क नाक के नीचे ना रखें।

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