Sacred Games Series - 2
सेक्रेड गेम्स के टॉप 10 डायलॉग
हम मुंबई के लिए खड़े लिंग के समान छटपटा रहे थे
और मुंबई हमें अपने स्मृति पटल से स्वच्छ कर चुकी थी।
2 .
मत्स्य से कुम्भीर, कुम्भीर से सिंह और सिंह से वानर तो हम बन गए
परन्तु वानर से मनुष्य हम उस समय बने जब हमारा मिलन धर्म से हुआ।
3.
मातृसंभोग मैं अश्व्थामा हूँ,
कामगार नहीं . मैं अश्व्थामा हूँ
4.
उन्होंने कहा सब अपने अपने गुदा पर
अपना - अपना ब्रह्मांड लेकर चलते हैं।
5.
मस्तिष्क में प्रतिशोध कि ऐसी
ऊष्मा थी कि हम शीतल जल
में भी प्लावन करने लगे।
6.
अभी आपका और हमारा हो गया,
अभी हमें नहीं निहारना,
हम आपका जल के बिना आप्लावन कर देंगे।
7.
मकर संक्रांति पर अवतरित हुई थीं
सभी जनों का विभाजन करती है।
8.
हम यहां कैरम क्रीड़ा कर रहे थे और
भ्राताश्री चन्द्रमा पर पदार्पण कर गए।
9.
उन्होंने कहा मनुष्य ने लोभ और कामतृष्णा के कारण
अपने ही गुदा के साथ सम्भोग कर लिया और सतयुग से कलयुग में प्रवेश किया।
10.
हम किस स्थान पर थे हमें ज्ञान नहीं था
हमें बस गुदे को चोट देनी थी।
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