Purane aur naye kapde
पुराने और नए कपड़े
आज भी जब वो सर्दी वाली नीली जैकेट देखता हूं तो लगता है कि तुम मुझसे गले लगना चाहती हो। मैं झट से उसे उठाकर अपने बदन से लगा लेता हूं मगर अब इस गर्मी में उसे पहन तो सकता नहीं और जितने भी नए कपड़े पहनता हूं उनमें घुटन सा महसूस करता हूं आज इसी आशा में सारे पुराने और नए कपड़े धो दिए, दोनों एक साथ ताकि पुराने कपड़ों का पानी और थोड़ा रंग छूटकर नए से मिल जाए और जब भी मैं नए कपड़े पहनूं तो खुद को नया और पराया सा ना लगूं।
अनुज पारीक
Anuj Pareek
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