Sapno ka Mazdoor
कभी सुना क्या मेरा मज़दूर आएगा या मेरे सपनों का मज़दूर आएगा। नहीं ना क्योंकि
प्यार पूरी तरह पूंजीवादी है तभी तो लड़कियों के सपनों में राजकुमार आते हैं। #Mazdoor नहीं।
प्यार पूरी तरह पूंजीवादी है तभी तो लड़कियों के सपनों में राजकुमार आते हैं। #Mazdoor नहीं।
#HappyLabourDay
और ये सपना टूटता है शादी बाद जब राजकुमार अपनी स्पलेंडर को सुबह सुबह किक मारकर स्टार्ट कर रहा होता है।
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