45 मिनट में बिगड़ गया पूरा खेल
45 मिनट का खेल! चकनाचूर हो गया टीम इंडिया का वर्ल्ड कप का सपना
पिछले 42 दिनों से चले आ रहे विश्वकप का सपना 125 करोड़ देशवासी जिस बेसब्री से देखकर रहे थे वो इस तरह चकनाचूर होगा इसका अंदाजा शायद किसी को नहीं होगा। यहां तक खुद टीम इंडिया ने भी इस तरह के हश्र की कल्पना नहीं की होगी। पूरे टूर्नामेंट में दमदार परर्फोमेंस करने वाली भारतीय टीम न्यूजीलैंड के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी ये तो किसी नहीं सोचा। खुद कप्तान विराट कोहली ने यह स्वीकार किया कि मात्र 45 मिनट के खराब खेल ने टीम इंडिया को विश्व कप से बाहर कर दिया। हालांकि रवीन्द्र जडेजा (77) और महेन्द्र सिंह धोनी (50) की पारी के चलते टीम शर्मनाक हार से बच गई।
बारिश ने डाला खलल
वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। हालांकि भारतीय टीम की धारधार गेंदबाजी के कीवी टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकामयाब रही। नियमित अतंराल में विकेट गिरने के कारण टीम निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 239 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड की ओर से कप्तान केन विलियमसन (67) और रॉस टेलर (74)ने शानदार पारी खेली। हालांकि मैच में बारिश आने के कारण खेल पूरा नहीं हो सका। भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने के लिए दूसरे दिन का इतंजार करना पड़ेगा।
भारतीय टॉप आॅर्डर हुआ फेल
दूसरे दिन जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो कीवी गेंदबाजों की कहर बरपाती गेंदों ने टीम इंडिया के टॉप आॅर्डर को घुटने टकने पर मजबूर कर दिया। भारतीय टीम के तीन प्रमुख बल्लेबाज (रोहित, विराट, राहुल) तो 5 रन स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने के आए दिनेश कार्तिक भी टीम की बागडोर को नहीं संभाल सके, वे 25 गेंदों में 6 रन बनाकर मैट हेनरी का शिकार बन गए। रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या के बीच 5वें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी हुई। मिचेल सेंटनर ने पांड्या को विकेट लेकर इस पार्टनरशिप को तोड़ा। देखते ही देखते 99 रन के टीम के स्कोर भारत के छह बल्लेबाज पैवेलियन लौट गए।
मैट हेनरी को मिला मैन आॅफ द मैच
उस समय ऐसा लग रहा था कि टीम 125 से 150 के स्कोर तक आॅलआउट हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जडेजा और धोनी ने विकट परिस्थितियों में धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से टीम इंडिया को लॉस्ट मूवमेंट तक मैच में बनाए रखा। लेकिन जैसे ही पारी के 48वें ओवर में जडेजा आउट भारत की उम्मीद फिर से टूट गई। 49वें ओवर में धोनी 2 रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए और भारतीय टीम 18 रन से हार गई। विपक्षी की टीम की ओर मेट हैनरी ने 10 ओवर में 37 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट निकाले। उनके इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें मैन आॅफ द मैच के पुरुस्कार से नवाजा गया।
पिछले 42 दिनों से चले आ रहे विश्वकप का सपना 125 करोड़ देशवासी जिस बेसब्री से देखकर रहे थे वो इस तरह चकनाचूर होगा इसका अंदाजा शायद किसी को नहीं होगा। यहां तक खुद टीम इंडिया ने भी इस तरह के हश्र की कल्पना नहीं की होगी। पूरे टूर्नामेंट में दमदार परर्फोमेंस करने वाली भारतीय टीम न्यूजीलैंड के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी ये तो किसी नहीं सोचा। खुद कप्तान विराट कोहली ने यह स्वीकार किया कि मात्र 45 मिनट के खराब खेल ने टीम इंडिया को विश्व कप से बाहर कर दिया। हालांकि रवीन्द्र जडेजा (77) और महेन्द्र सिंह धोनी (50) की पारी के चलते टीम शर्मनाक हार से बच गई।
बारिश ने डाला खलल
वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। हालांकि भारतीय टीम की धारधार गेंदबाजी के कीवी टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकामयाब रही। नियमित अतंराल में विकेट गिरने के कारण टीम निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 239 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड की ओर से कप्तान केन विलियमसन (67) और रॉस टेलर (74)ने शानदार पारी खेली। हालांकि मैच में बारिश आने के कारण खेल पूरा नहीं हो सका। भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने के लिए दूसरे दिन का इतंजार करना पड़ेगा।
भारतीय टॉप आॅर्डर हुआ फेल
दूसरे दिन जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो कीवी गेंदबाजों की कहर बरपाती गेंदों ने टीम इंडिया के टॉप आॅर्डर को घुटने टकने पर मजबूर कर दिया। भारतीय टीम के तीन प्रमुख बल्लेबाज (रोहित, विराट, राहुल) तो 5 रन स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने के आए दिनेश कार्तिक भी टीम की बागडोर को नहीं संभाल सके, वे 25 गेंदों में 6 रन बनाकर मैट हेनरी का शिकार बन गए। रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या के बीच 5वें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी हुई। मिचेल सेंटनर ने पांड्या को विकेट लेकर इस पार्टनरशिप को तोड़ा। देखते ही देखते 99 रन के टीम के स्कोर भारत के छह बल्लेबाज पैवेलियन लौट गए।
मैट हेनरी को मिला मैन आॅफ द मैच
उस समय ऐसा लग रहा था कि टीम 125 से 150 के स्कोर तक आॅलआउट हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जडेजा और धोनी ने विकट परिस्थितियों में धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से टीम इंडिया को लॉस्ट मूवमेंट तक मैच में बनाए रखा। लेकिन जैसे ही पारी के 48वें ओवर में जडेजा आउट भारत की उम्मीद फिर से टूट गई। 49वें ओवर में धोनी 2 रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए और भारतीय टीम 18 रन से हार गई। विपक्षी की टीम की ओर मेट हैनरी ने 10 ओवर में 37 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट निकाले। उनके इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें मैन आॅफ द मैच के पुरुस्कार से नवाजा गया।
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