Kab Tak Rok Paaoge - Anuj Pareek
मां सरस्वती का है आशीष साथ
विश्वास तो नहीं रोक पाओगें
है भला सूरज को रोकने की ताकत
कब तक रोक पाओगें
जितनी मर्ज़ी हो करलो कोशिश
कब तक रोक पाओगें
"अनुज" रोका है एक कवि को
मगर कविता से निकला गान कैसे रोक पाओगें।
Anuj Pareek
CreativeWriter, Poet
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