शरारती आंखे कुछ कहती है तुमसे मेरी चल चले गगन के पार छोड़ धारा के नियम कानून उस जहाँ कोई तीसरा न हो बस हो तू और मैं और कोई तीसरा न हो बस हो प्यार ही प्यार शरारती आँखे! - नेहा लिम्बोदिया
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