Advertising Chutiyapa
एडवरटाइजिंग चुतियापा
माफ़ी चाहूंगा हरगिज़ बर्दाश्त नहीं होते ऐसे ऐड जब इस तरह प्रोडक्ट सेल किये जाते हैं।
माँ के हाथ की सिगरेट, हर कश में ममता !
जहाँ एक तरफ सिगरेट के पैकेट पर दोनों ओर गन्दी सी, मोटी सी जी मचलाने वाली फोटो दिखाई जाती है।
उसके बाद भी जब पीने वाले कम नहीं हुए या कम नहीं पीते तो इस तरह के भ्रामक और भयंकर भ्रामक एड देखकर कैसे लोग सिगरेट पीना छोड़ सकते हैं।
दरअसल मैं बात कर रहा हूँ वायरल फीवर के माँ के हाथ की सिगरेट की।
अब बात मुद्दे की बात ये है की आज हम ऐसे ही टॉपिक पे क्यों अड़ बैठे क्या कोई और काम नहीं
तो देखिये खाली फ़ोकट बिलकुल नहीं आये हैं। नहीं पचा, ग़लत लगा तभी सोचा थोड़ा जिम्मा हम ही ले ले।
माना की हमारे इस आर्टिकल से समाज तो नहीं सुधरेगा पर हाँ थोड़ा फर्क पड़ेगा इस आर्टिकल को आपके पढ़ कर शेयर करने से।
अगर 2-5-10 लोगों को, बच्चों को भी असर होता है। तो भैया हमारा ज्ञान पेलना सफल हो जायेगा।
एड में माँ का प्यार अच्छे से दिखाया गया, अच्छी एक्टिंग है फुल क्रिएटिविटी है। और तो और माँ खुद बच्चे के लिए सिगरेट बनती है। घर में बातों, खेल और चाय के दौरान भी बच्चे को सिगरेट ही सर्व की जाती है। यहाँ तक की जैसे बेटा २ रोटी के बाद तीसरी रोटी के लिए मना कर दे और माँ रोटी और खाने लिए प्यार से 2-5 बार बोले और फिर फाइनली आधी रोटी और प्यार से खिला दे। पर यहाँ Advertising Qtiyapa या फिर में तो कहूंगा इस एडवरटाइजिंग चुतियापा में जबरदस्ती प्यार से खाने को नहीं पीने को एक और सिगरेट दी जाती है। अब भईया बात ये आती है घर से बाहर रहकर पढ़ाई करने वाले बेटे के लिए माँ खुद धूप में तम्बाकू सूखती है। और बेटे को कहती है कम से कम एक हफ्ते के लिए तो लेजा। खैर जो भी बड़ा चुतियापा काटा है इस एड में। लगता है क्रिएटिव डिपार्टमेंट के इन लोगों को सिगरेट इनकी माँ ही लगा के देती थी। पर भईया यहाँ तो बन्दे को कितनी भी तलब हो सब ख़त्म हो जाती है और अगर गलती से पता चल जाये तो कान के नीचे २। यहाँ तक भी ठीक था पर आखरी में तो चुतियापा की हद कर दी यार ....
आखरी में जो माँ के किरदार में एक्ट्रेस है उनके भाई का कहना है तो दोस्तों हमें कमेंट बॉक्स में बताइये आपको कोनसे फ्लेवर में माँ के हाथ की सिगरेट पीनी है। तभी इन भैया की बहिन बोलती है आप सिगरेट से छल्ला बनाइये और इसकी सेल्फी हमें सेंड करें।
हम इसे आपकी माँ को दिखाएंगे और मदद करेंगे आपकी सिगरेट छुड़ाने में। वाह भाई वाह कौन बेवकूफ है जो आपको सेल्फी सेंड करेगा और जब इस तरह उसे सिगरेट छोड़नी है तो वो खुद जाके सब सच ना बता देगा माँ में सिगरेट पीटा हूँ पर अब छोड़ना चाहता हूँ तो आपको बता रहा हूँ ताकि मैं सिगरेट छोड़ सकू। चलो अब ये भी मान लेते हैं ये आईडिया उसको कैसे आता तो इस चूतियापे की जगह सिर्फ साफ़ साफ़ शब्दों में ऐसे ही बता दिया होता काहे इतना बड़ा चुतियापा किया बे। पर ये चुतियापा ज़रूरी था ब्रांडिंग के लिए, मार्केटिंग के लिए, सेल के लिए क्योंकि ये Advertising नहीं प्रोपेगेंडा है Slow Poison अपनी मार्केटिंग के लिए अच्छी पंच लाइन यूज़ करके
माँ के हाथ की सिगरेट, हर कश में ममता ! और ये ज़हर समाज में घोलकर इसे एक ट्रेंड बनाया जा सके।
तो दोस्तों शेयर करें अगर 2-5-10 लोगों को भी असर होता है। तो भैया हमारा ज्ञान पेलना सफल हो जायेगा।
शुक्रिया धन्यवाद।
आपका दोस्त
अनुज पारीक
माफ़ी चाहूंगा हरगिज़ बर्दाश्त नहीं होते ऐसे ऐड जब इस तरह प्रोडक्ट सेल किये जाते हैं।
माँ के हाथ की सिगरेट, हर कश में ममता !
जहाँ एक तरफ सिगरेट के पैकेट पर दोनों ओर गन्दी सी, मोटी सी जी मचलाने वाली फोटो दिखाई जाती है।
उसके बाद भी जब पीने वाले कम नहीं हुए या कम नहीं पीते तो इस तरह के भ्रामक और भयंकर भ्रामक एड देखकर कैसे लोग सिगरेट पीना छोड़ सकते हैं।
दरअसल मैं बात कर रहा हूँ वायरल फीवर के माँ के हाथ की सिगरेट की।
अब बात मुद्दे की बात ये है की आज हम ऐसे ही टॉपिक पे क्यों अड़ बैठे क्या कोई और काम नहीं
तो देखिये खाली फ़ोकट बिलकुल नहीं आये हैं। नहीं पचा, ग़लत लगा तभी सोचा थोड़ा जिम्मा हम ही ले ले।
माना की हमारे इस आर्टिकल से समाज तो नहीं सुधरेगा पर हाँ थोड़ा फर्क पड़ेगा इस आर्टिकल को आपके पढ़ कर शेयर करने से।
अगर 2-5-10 लोगों को, बच्चों को भी असर होता है। तो भैया हमारा ज्ञान पेलना सफल हो जायेगा।
एड में माँ का प्यार अच्छे से दिखाया गया, अच्छी एक्टिंग है फुल क्रिएटिविटी है। और तो और माँ खुद बच्चे के लिए सिगरेट बनती है। घर में बातों, खेल और चाय के दौरान भी बच्चे को सिगरेट ही सर्व की जाती है। यहाँ तक की जैसे बेटा २ रोटी के बाद तीसरी रोटी के लिए मना कर दे और माँ रोटी और खाने लिए प्यार से 2-5 बार बोले और फिर फाइनली आधी रोटी और प्यार से खिला दे। पर यहाँ Advertising Qtiyapa या फिर में तो कहूंगा इस एडवरटाइजिंग चुतियापा में जबरदस्ती प्यार से खाने को नहीं पीने को एक और सिगरेट दी जाती है। अब भईया बात ये आती है घर से बाहर रहकर पढ़ाई करने वाले बेटे के लिए माँ खुद धूप में तम्बाकू सूखती है। और बेटे को कहती है कम से कम एक हफ्ते के लिए तो लेजा। खैर जो भी बड़ा चुतियापा काटा है इस एड में। लगता है क्रिएटिव डिपार्टमेंट के इन लोगों को सिगरेट इनकी माँ ही लगा के देती थी। पर भईया यहाँ तो बन्दे को कितनी भी तलब हो सब ख़त्म हो जाती है और अगर गलती से पता चल जाये तो कान के नीचे २। यहाँ तक भी ठीक था पर आखरी में तो चुतियापा की हद कर दी यार ....
आखरी में जो माँ के किरदार में एक्ट्रेस है उनके भाई का कहना है तो दोस्तों हमें कमेंट बॉक्स में बताइये आपको कोनसे फ्लेवर में माँ के हाथ की सिगरेट पीनी है। तभी इन भैया की बहिन बोलती है आप सिगरेट से छल्ला बनाइये और इसकी सेल्फी हमें सेंड करें।
हम इसे आपकी माँ को दिखाएंगे और मदद करेंगे आपकी सिगरेट छुड़ाने में। वाह भाई वाह कौन बेवकूफ है जो आपको सेल्फी सेंड करेगा और जब इस तरह उसे सिगरेट छोड़नी है तो वो खुद जाके सब सच ना बता देगा माँ में सिगरेट पीटा हूँ पर अब छोड़ना चाहता हूँ तो आपको बता रहा हूँ ताकि मैं सिगरेट छोड़ सकू। चलो अब ये भी मान लेते हैं ये आईडिया उसको कैसे आता तो इस चूतियापे की जगह सिर्फ साफ़ साफ़ शब्दों में ऐसे ही बता दिया होता काहे इतना बड़ा चुतियापा किया बे। पर ये चुतियापा ज़रूरी था ब्रांडिंग के लिए, मार्केटिंग के लिए, सेल के लिए क्योंकि ये Advertising नहीं प्रोपेगेंडा है Slow Poison अपनी मार्केटिंग के लिए अच्छी पंच लाइन यूज़ करके
माँ के हाथ की सिगरेट, हर कश में ममता ! और ये ज़हर समाज में घोलकर इसे एक ट्रेंड बनाया जा सके।
तो दोस्तों शेयर करें अगर 2-5-10 लोगों को भी असर होता है। तो भैया हमारा ज्ञान पेलना सफल हो जायेगा।
शुक्रिया धन्यवाद।
आपका दोस्त
अनुज पारीक
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