तू होती है साथ तो जैसे मेरे शब्दों को तश्वीर मिल जाती है मचलते हैं अल्फाज़ तो शायरी बाहर आती है।। अनुज पारीक धुन ज़िन्दगी की धुन कविता की कविता की धुन
nice lines sir ji
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